अब तोप से हमला, हर बार भारत की नई स्ट्राइक

आतंकी घुसपैठ कराने के इरादे से पाक सेना की ओर से की गई गोलीबारी का भारतीय सेना ने रविवार को ऐसा जवाब दिया कि पाकिस्तान को भारत की सर्जिकल स्ट्राइक और एयर स्ट्राइक याद आ गई होगी। रविवार को दो जवानों की शहादत और एक नागरिक की मौत के बाद भारतीय सेना ने भी पाक को मुंहतोड़ जवाब दिया और छह से 10 पाकिस्तानी सैनिक और कई आतंकियों को ढेर कर दिया। 

साल 2016 में उरी आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना की सर्जिकल स्ट्राइक, फरवरी 2019 में पुलवामा आतंकी हमले के बाद बालाकोट एयर स्ट्राइक और अब तोपों से हमला कर भारत ने तीसरी स्ट्राइक कर डाली है। पाकिस्तान की हिमाकत का भारतीय सेना ने इस बार तोपों से जवाब दिया। सेना ने तोप का मुंह एलओसी के उस पार मोड़ दिया और दुश्मन को ढेर कर डाला। 

पहली बार सर्जिकल स्ट्राइक के बाद पाक ने जमीन पर नजर रखनी शुरू की तो भारत ने पुलवामा हमले का बदला बालाकोट पर एयर स्ट्राइक से लिया और अब कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाये जाने के बाद से जब उसने भारत के विमानों के लिए एयरस्पेस तक बंद कर दिया तो इस बार भारतीय सेना ने अपनी सीमा में रहते हुए तोप से हमला कर पाक सेना और आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दिया।


पुलवामा हमला के बाद बालाकोट एयर स्ट्राइक




14 फरवरी को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले को जैश के आत्मघाती हमलावर ने निशाना बनाया था, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद भारत ने 40 जवानों की शहादत का मुंहतोड़ जवाब दिया था। इस हमले के बाद पाकिस्तान ने सीमा पर निगाह रखनी शुरू की तो भारत ने एयर स्ट्राइक कर डाला। 

26 फरवरी 2019 को भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान स्थित आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कैंपों को निशाना बनाया। भारतीय वायुसेना के अनुसार इस ऑपरेशन को महज 90 सेकेंड में अंजाम दिया गया था। मिशन की गोपनीयता इस स्तर की थी कि ऑपरेशन में शामिल पायलटों के परिजन भी इससे अनभिज्ञ थे। 

भारतीय वायुसेना ने 48 वर्षों में पहली बार पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र में प्रवेश किया और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के बालाकोट में जैश के ठिकानों को तबाह कर दिया था। भारतीय एयर स्ट्राइक में वायुसेना के मिराज 2000 विमानों का उपयोग किया गया था। अभियान का हिस्सा रहे एक पायलट ने बताया कि 90 सेकेंड के भीतर उन्होंने अपने लक्ष्य पर निशाना साधा और मिसाइल दागकर वहां से वापस आ गए थे। 


सर्जिकल स्ट्राइक कर लिया उरी हमला का बदला




अमावस की रात, दो घंटे का समय, 125 कमांडो और 50 आतंकी ढेर। भारत मां के वीर सपूतों ने पाक अधिकृत कश्मीर में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था। साल 2016 में 28-29 सितंबर की रात को भारत ने इस सर्जिकल स्ट्राइक से दुनिया को बता दिया था कि हम दुश्मन को उसके घर में घुसकर मारने की कूवत रखते हैं। 

पाक अधिकृत कश्मीर में सर्जिकल ऑपरेशन के लिए कमांडो को मात्र दो घंटे का समय दिया गया था। आसमान में करीब 35 हजार फुट की ऊंचाई से भारतीय वायु सेना के हेलीकॉप्टर इस ऑपरेशन की निगरानी कर रहे थे।

मालूम हो कि 18 सितंबर 2016 की सुबह करीब पांच बजे जम्मू और कश्मीर के उरी सेक्टर में एलओसी के पास स्थित भारतीय सेना के स्थानीय मुख्यालय पर आतंकियों ने हमला किया था। इस हमले में 18 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद ही भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक करने का फैसला लिया था। नापाक इरादों वाले पाकिस्तान के लिए यह बड़ा झटका था। 


इस बार सेना ने तोपों से दिया जवाब



आतंकी हमलों और सीजफायर उल्लंघन जैसी घटनाओं के बाद हर बार मुंह की खाने वाला पाकिस्तान अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा। कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने के बाद से पाकिस्तान और ज्यादा बौखलाया हुआ है। शनिवार की रात से रविवार की सुबह तक पाकिस्तानी सेना ने जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा जिले के तंगधार सेक्टर के गुंडी गुजरा में फायरिंग की। 

इस गोलीबारी में सेना के दो जवान पदम बहादुर श्रेष्ठ और गमिल कुमार श्रेष्ठ शहीद हो गए, जबकि एक नागरिक की मौत हो गई और तीन नागरिक घायल हो गए। इसके बाद भारतीय सेना ने जवाबी कार्रवाई में पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के अंदर स्थित आतंकवादी शिविरों पर ताबड़तोड़ हमले किए और छह से 10 पाकिस्तानी सैनिकों के अलावा कई आतंकियों को ढेर कर दिया।

आतंकी कैंपों को निशाना बनाने के लिए सेना ने आर्टिलरी गन का इस्तेमाल किया। सैन्य सूत्रों ने बताया कि रविवार को पाकिस्तान पर हुई जवाबी कार्रवाई में भारतीय सीमा पर तैनात 77-बी बोफोर्स और स्वदेश निर्मित बोफोर्स तोपों का इस्तेमाल किया गया है। आपको बता दें कि 77-बी बोफोर्स वही तोप है, जिसने कारगिल युद्ध के दौरान पाकिस्तान के सैनिकों को धूल चटाई थी।