केरल से कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता को लेकर ऐसा बयान दिया है, जिससे उनकी मुश्किलें बढ़ सकती हैं। हाल ही में मोदी की तारीफ वाले अपने ट्वीट के बाद वह विवादों में घिर गए थे। अंतत: केरल प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष ने थरूर का स्पष्टीकरण स्वीकार किया और मामला शांत हो गया था। लेकिन बुधवार को मीडिया से बात करते हुए मोदी पर अपने ट्वीट के बारे में शशि थरूर ने कहा, 'मैंने कहा था, हमारा सिद्धांत होना चाहिए कि हम यह जानें कि जनता ने मोदी को क्यों वोट दिया। हमें साल 2014 और 2019 में 19 पर्सेंट वोट मिले। मोदी की अगुआई में बीजेपी को 2014 में 31 पर्सेंट और 2019 में 37 पर्सेंट वोट मिले। इनमें से बहुत से लोग ऐसे थे जो हमें वोट करते थे, लेकिन अब वे बीजेपी के पाले में चले गए।'
अपनी बात को और आगे बढ़ाते हुए थरूर का कहना था, 'जब तक आप जानेंगे नहीं कि वे लोग क्यों आपको छोड़कर गए, तब तक आप उन्हें वापस लाएंगे कैसे? मैंने कहा था, इसका पता लगाते हैं। मैं मोदी की तारीफ नहीं कर रहा हूं, मैं बस यह कह रहा हूं कि किस चीज ने इन वोटों को आकर्षित किया। हमें अच्छे काम को स्वीकार करना चाहिए और गलतियों व नाकामियों की ओर ध्यान दिलाना चाहिए। इसके बाद हमें खुद को सुधारना चाहिए।'
पहले कहा था- मोदी के अच्छे काम की तारीफ हो
गौरतलब है कि पिछले महीने थरूर ने ट्वीट किया था, 'अगर आप जानते हों तो मैं 6 साल पहले से ही यह कहता आ रहा हूं कि जब नरेंद्र मोदी अच्छा कहें या अच्छा करें तो उनकी प्रशंसा होनी चाहिए। इससे जब पीएम मोदी गलती करेंगे तो हमारी आलोचना को विश्वसनीयता मिलेगी। मैं इस बात का स्वागत करता हूं कि विपक्ष के अन्य नेता भी उसी विचार को मानने लगे हैं जिसे मैंने पहले कहा था।' इस पर थरूर को पार्टी की ओर से नोटिस भी मिला था।
जयराम रमेश और सिंघवी के भी बयानों पर हुआ विवाद
इससे पहले कांग्रेस के दो बड़े नेताओं ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 'खलनायक' की तरह पेश करने को गलत बताया था। सीनियर कांग्रेस नेता जयराम रमेश के बाद अब सिंघवी ने कहा कि पीएम मोदी को खलनायक की तरह पेश करना गलत है और ऐसा करके विपक्ष एक तरह से उनकी मदद करता है। इससे पहले जयराम रमेश ने कहा था कि पीएम मोदी के काम के महत्व को स्वीकार नहीं करने और हर समय उन्हें खलनायक की तरह पेश करने से कुछ हासिल नहीं होने वाला है।
उन्होंने कहा कि हमें स्वीकार करना चाहिए कि क्या सही किया गया है और क्या गलत। हमें गलतियों और असफलताओं का पता लगाकर खुद को फिर से बेहतर करना होगा। बता दें हाल ही में थरूर में कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी ने पूरे देश में 2014 के 31 प्रतिशत के मुकाबले भाजपा का मत प्रतिशत 2019 में 37 प्रतिशत तक पहुंचा दिया है। पार्टी के तौर पर कांग्रेस को यह समझना चाहिए कि क्यों उसे महज 19 फीसदी वोट ही मिले।
थरूर ने कहा था कि मोदी ने तारीफ करने लायक बहुत कम काम किया है लेकिन इसके बावजूद वह देशभर में अपना वोट प्रतिशत बढ़ाने में सफल रहे हैं। जैसा कि आप जानते हैं, मैं छह साल से यह दलील देते आ रहा हूं कि मोदी जब भी कुछ अच्छा कहते हैं या सही चीज करते हैं तो उनकी तारीफ करनी चाहिए। ऐसा करने के बाद जब हम उनकी गलतियों की आलोचना करेंगे तो हमारी बात की विश्वसनीयता बढ़ेगी।
मैं विपक्ष के उन लोगों का स्वागत करता हूं जो मेरे विचार से मिलती-जुलती बात कर रहे हैं। पिछले दिनों एक ट्वीट का जवाब देते हुए थरूर ने प्रधानमंत्री की तारीफ की थी। जिसके बाद उन्हें कांग्रेस ने नोटिस जारी करते हुए स्पष्टीकरण मांगा था।