मिर्ज़ापुर। पुलिस ने जरियनपुर के सरकारी देसी शराब के ठेके में नकली शराब बनाने का भंडाफोड़ किया है। इस मामल में कई लोगों को पकड़ा गया, उनके कब्जे से नकली रैपर, बोतल, ढक्कन बरामद किए गए हैं। कोर्ट ने सभी आरोपियों को जेल भेज दिया है। इन आरोपियों को बचाने के लिए नेताओं का जमावड़ा रहा,लेकिन पुलिस के आगे उनकी एक नहीं चली।
मिर्जापुर थाना परिसर में गुरुवार को मिर्जापुर व कलान के नेताओं का जमघट लगा रहा। ये नेता नकली शराब का धंधा करने वालों को बचाने के लिए जी जान से जुटे हुए थे, पर पुलिस और प्रशासन ने कार्रवाई कर दी।मिर्जापुर के जरियनपुर में देसी शराब का ठेका है। ठेकेदार कलान विकास खण्ङ की कुंडरिया ग्राम पंचायत के मौजूदा प्रधान पति पुष्पेन्द्र गुप्ता है। पुलिस व आबकारी विभाग को क्षेत्र में लगातार अवैध शराब के कारोबार की सूचनाएं मिल रही थीं। मुखबिर की सूचना पर पर आबकारी इंस्पेक्टर प्रणव कुमार पांडेय ने मिर्जापुर पुलिस के साथ मिलकर गुरुवार रात करीब आठ बजे देसी शराब की दुकान पर छापा मारा। ठेका की दुकान के ऊपर बने कमरे में अवैध शराब बनाने का काम चल रहा था।
आबकारी निरीक्षक ने बताया कि दुकान के सेल्समैन सुशील कुमार पौव्वे को खोलकर उसमें केमिकल व पानी मिलाकर तैयार शराब को पैक कर रहा था। कमरे में दो लोग अवैध शराब बना रहे थे। जिसमें एक मौके से फरार हो गया, जबकि सेल्समैन सुशील को गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ में सेल्समैन ने बताया कि केमिकल से शराब बनाने का काम दुकान के ठेकेदार पुष्पेन्द्र निवासी कुंडरिया के साथ मिलकर करते हैं। उसने बताया कि केमिकल व अन्य सामान मालिक लाकर देता है फिर आमदनी को आपस में बांट लिया जाता है। रात करीब 10 बजे ठेकेदार पुष्पेन्द्र भी दुकान पर पहुंच गया, जिसे पुलिस ने तत्काल हिरासत में ले लिया।
सामान हुआ बरामद
पुलिस को मौके से 250 अपमिश्रित देसी शराब के पौव्वे, दो बोतल केमिकल युक्त कलर, 627 बार कोड रैपर, विभिन्न कलर के 410 ढक्कन, 18 बीयर कैन, एक सूजा, प्लास्टिक बाल्टी, एक डिब्बी कलर समेत काफी सामान बरामद हुआ है। वहीं, ठेकेदार की गिरफ्तारी की खबर से रात में ही मिर्जापुर व कलान कई नेता थाने में पहुंच गए। मामले की गंभीरता को देखकर रात में ही सीओ जलालाबाद ब्रह्मपाल सिंह भी थाने पहुंचे। उन्होंने क्षेत्रीय नेताओं से दो टूक कहा कि किसी हालत में आरोपियों को नहीं बख्सा जाएगा। गुरुवार सुबह दोनों आऱोपियों को पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है।