उत्तर प्रदेश सरकार ने इस पेराई सत्र के लिए मेरठ परिक्षेत्र की 16 चीनी मिलों को अक्टूबर माह के अन्तिम सप्ताह तक चलाने के निर्देश दिये गये है।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार ने इस पेराई सत्र के लिए मेरठ परिक्षेत्र की 16 चीनी मिलों को अक्टूबर माह के अन्तिम सप्ताह तक चलाने के निर्देश दिये गये है।
राज्य के गन्ना एवं चीनी आयुक्त संजय आर. भूसरेड्डी के अनुसार पेराई सत्र 2019-20 के सिलसिले शनिवार को यहां मेरठ परिक्षेत्र की गन्ना सुरक्षण बैठक में मेरठ परिक्षेत्र के गाजियाबाद, हापुड़, बागपत ,मेरठ एवं बुलन्दशहर की 16 चीनी मिलों से सम्बन्धित गन्ना क्षेत्र आवंटन पर चर्चा की गयी।
उन्होंने बताया कि मेरठ परिक्षेत्र में गत वर्ष की तुलना में इस वर्ष, पांच जिलों में गन्ना क्षेत्रफल में 1.74 प्रतिशत की वृद्धि हुई। वर्तमान पेराई सत्र के लिए मेरठ परिक्षेत्र की 16 चीनी मिलों की कुल पेराई क्षमता 95,800 टी.सी.डी. है। इस पेराई सत्र में मेरठ परिक्षेत्र की 16 चीनी मिलों ने संचालन की तिथि प्रस्तावित कर दी है, चीनी मिलों को प्रस्तावित तिथि अक्टूबर माह के अन्तिम सप्ताह तक चलाने के निर्देश दिये गये है।
भूसरेड्डी ने बताया कि गत पेराई सत्र 2018-19 में मेरठ क्षेत्र की 16 चीनी मिलों ने 1427.67 लाख कुन्तल गन्ने की पेराई कर 160.49 लाख कुन्तल चीनी का उत्पादन किया था।
उन्होंने ने बैठक में बताया कि एस्क्रो एकाउन्ट से गन्ना मूल्य भुगतान में काफी सहूलियत हुयी है, प्रेसमड, कोजन, बगास आदि का पैसा भी अब एस्क्रो एकाउन्ट में ही जा रहा है तथा गन्ना किसानों को ट्रेंच, सहफसली एवं ड्रिप इरीगेशन से काफी लाभ हुआ है।