दिल्ली महिला आयोग ने की लड़की की मदद मानव तस्करों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज
नई दिल्ली बड़े बुजुर्ग कहते हैं कि पूत कपूत हो सकता है लेकिन माता कुमाता नहीं हो सकती पर एक कलयुगी मां ने माता होते हुए भी कुमाता का काम किया है उसने अपनी 15 साल की बेटी को ₹100000 लेकर एक मानव तस्कर के हवाले कर दिया लड़की ने किसी तरह हिम्मत दिखाई और तस्करों के चंगुल से भागकर पड़ोसियों की मदद से दिल्ली महिला आयोग के हेल्पलाइन 181 पर शिकायत दर्ज करवाई फिलहाल मामले में आईपीसी की धारा 370 के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कर ली गई है लड़की को आश्रम गृह भेज दिया गया है लेकिन अभी तक इस मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है आयोग ने बताया कि 8 सितंबर को निशा नाम परिवर्तित की मां ने उसे बदरपुर अपनी बहन के घर ले जाने की बजाय निजामुद्दीन के एक होटल में ले गई शाहिद नाम के लड़के से वहां सौदा तय कर उसकी मां ने कहा कि शाहिद उसे घर ले जाएगा लेकिन शाहिद घर की बजाय बवाना गांव की ईश्वर कॉलोनी में अपने घर ले गया जहां पहले से मौजूद लड़कियों ने उसे लाल जोड़ा पहनने के लिए कहा और बताया कि उसकी मां ने उसे बेच दिया है लड़कियों ने निशा से कहा कि अब रकम वसूलने के लिए उसे ग्राहकों के साथ सोना पड़ेगा एक दिन बाद ही निशा को वहां से भागने का मौका मिला और वह भागने में सफल हो गई उस समय उसके पास ₹10 थे उसने एक ऑटो लिया और बवाना जेजे कॉलोनी स्थित अपने घर पहुंचकर पड़ोसियों की मदद मांगी उन्होंने उसे आयोग की हेल्पलाइन पर फोन करने को कहा उसकी शिकायत मिलते ही आयोग की टीम मौके पर पहुंची और लड़की को स्थानीय पुलिस स्टेशन ले गई निशा ने आयोग को अपनी मां के एक अब्दुल नामक व्यक्ति से संपर्क होने की बात कही जो कि पहले बाल तस्कर रह चुका था उसने निशा की मां को हरियाणा मैं 62 साल के आदमी से निशा की शादी कराने के नाम पर एक लाख देने की पेशकश भी की जिसका निशा ने विरोध किया और मां को चेतावनी दी कि वह उसके खिलाफ शिकायत दर्ज करवाएगी अब्दुल ने ही शाहिद से उसकी मां को मिलवाया था जो कि इस मामले में मुख्य तस्कर है।