भारतीय प्रकाशकों के लिए ऑनलाइन ट्रैफ़िक बढाने के लिए Google ने नवलेखा को लोंच किया है



 


प्रोजेक्ट गूगल नवलेखा क्या है


भारत के बाजार पर अपनी पकड़ और मजबूत बनाने तथा ज्‍यादा से ज्‍यादा लोगों को अपनी ओर आकर्षित करने के लिए 'गूगल' ने कई महत्‍वपूर्ण योजनाएं तैयार की हैं। दिल्‍ली में हाल ही में आयोजित 'गूगल फॉर इंडिया' (Google for India) के चौथे एडिशन में इन योजनाओं की घोषणा की गई। गूगल ने हिन्‍दी व अंग्रेजी के अलावा अन्‍य भाषाओं के लिए भी ऐसे प्‍लान तैयार किए हैं, जिससे यूजर्स के लिए इसका इस्‍तेमाल आसान और ज्‍यादा से ज्‍यादा हो सके। इन्‍हीं योजनाओं के तहत गूगल ने कंटेंट पब्लिशर्स, गूगल सर्च, गूगल तेज, गूगल असिस्‍टेंट, स्‍थानीय भाषाओं और गूगल मैप्‍स गो पर अपना ध्‍यान केंद्रित किया है।  



गूगल के वाइस प्रेजिडेंट सेल्स एंड ऑपरेशन (साउथ ईस्ट एशिया) राजन आनंदन ने भारत में स्‍थानीय स्‍तर पर अपनी भूमिका बढ़ाने को लेकर प्रकाश डाला। उनका कहना था कि वॉयस, विडियो और स्‍थानीय भाषा ऐसी तीन प्रमुख थीम हैं जो आने वाले समय में भारत में इंटरनेट का भविष्‍य तय करेंगी।


उन्‍होंने कहा कि भारत में इस समय 400 मिलियन इंटरनेट यूजर्स हैं, जिसमें 45 फीसद महिलाएं हैं। इसके अलावा स्‍थानीय भाषाओं में इंटरनेट का इस्‍तेमाल करने वालों की बहुत बड़ी संख्‍या है। ऐसे में भारत में गूगल के लिए अपार संभावनाएं हैं। भारत में वॉयस सर्च करने के मामले में 270 फीसद की वृद्धि देखी गई है। मोबाइल टैरिफ का करीब 75 प्रतिशत  विडियो से आ रहा है। हमारा लक्ष्य अगले 2 वर्षों में 500 मिलियन तक पहुंचने का है। हम इसलिए भारतीय भाषाओं में सर्च के ऑप्शन को बढ़ा रहे हैं।


कार्यक्रम के दौरान अपने प्रोजेक्‍ट 'नवलेखा' (Navlekha) का जिक्र करते हुए उन्‍होंने कहा कि यह एक नया प्‍लेटफॉर्म है जो ऑफलाइन पब्लिशर्स को अपने प्रिंट पब्लिकेशन को डिजिटलाइज करने में सशक्‍त बनाएगा। इस प्‍लेटफॉर्म को इस तरह तैयार किया गया है कि वेब पब्लिशिंग की जानकारी न होने के बावजूद पब्लिशर्स इस पर आसानी से काम कर सकते हैं।


नवलेखा प्रोजेक्‍ट न सिर्फ भारत के पब्लिशर्स को अपने ऑनलाइन कंटेंट को विभिन्‍न भारतीय भाषाओं में पब्लिश करने का काम करेगा बल्कि यह एक लाख से अधिक ऑफलाइन पब्लिशर्स को इंटरनेट पर अपनी मौजूदगी दर्ज कराने में भी काफी सहायक होगा। यानी इसकी सहायता से ऑफलाइन पब्लिशर्स भी इंटरनेट पर अपने कंटेंट को आसानी से पब्लिश कर सकेंगे। इस प्रोजेक्ट के तहत देश के 1,35,000 भारतीय पब्लिशर्स को डिजिटलाइज्‍ड किया जाएगा।


इसके अलावा गूगल के एंड्रॉइड गो में दो नए फीचर्स जोड़े गए है। अब गो यूजर्स दो भाषाओं में न्यूज फीड और ऑडियो प्लेबैक के द्वारा आर्टिकल्‍स चुन सकेंगे। बाद में इस फीचर में अंग्रेजी और हिंदी के अलावा कई भारतीय भाषाओं जैसे मराठी, मलयालम आदि को जोड़ा जाएगा।


विश्व की प्रसिद्ध आईटी कंपनी गूगल ने भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए यहां की स्थानीय भाषाओं को प्राथमिकता देना आरंभ करते हुए एक पहल आरम्भ की है. इसी क्रम में गूगल ने प्रोजेक्ट नवलेख आरंभ किया है. प्रोजेक्ट नवलेख को नई दिल्ली में आयोजित चौथे 'गूगल फॉर इंडिया' कार्यक्रम में लॉन्च किया गया।

भारत विश्व का दूसरा सबसे अधिक इन्टरनेट उपयोग किया जाने वाला देश है इसलिए गूगल के लिए भारतीय मार्केट काफी अहम है. भारतीय लोग इन्टरनेट पर हिंदी अथवा अन्य स्थानीय भाषाओँ में बातचीत एवं पोस्ट करना पसंद करते हैं जबकि इंटरनेट पर भारतीय भाषाओँ का कंटेंट केवल एक प्रतिशत है।












प्रोजेक्ट नवलेख क्या है?



नवलेख शब्द संस्कृत भाषा से लिया गया है, इसका अर्थ है 'लिखने का नया तरीका.' इस प्रोजेक्ट का उद्देश्य भारत में स्थानीय भाषाओँ के 1,35,000 प्रकाशकों को ऑनलाइन लाना है, इसके लिए वेब होस्टिंग को काफी सरल किया जायेगा. स्थानीय भाषाओँ के प्रकाशक जो अपनी स्थानीय भाषा में  प्रयुक्त ऑफलाइन सामग्री को ऑनलाइन डालना चाहें उन्हें गूगल की इस पद्धति का सहारा लेना पड़ेगा. इस प्रकार जो स्थानीय भाषाओँ के प्रकाशक अपने ऑफलाइन कंटेंट को ऑनलाइन डालना चाहते हैं, वे गूगल के आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस टूल की सहायता से डॉक्यूमेंट स्कैन करके प्लेटफार्म में तुरंत वेबपेज बना सकते हैं. इसके लिए किसी विशेष तकनीकी ज्ञान की आवश्यकता नहीं है. प्रोजेक्ट नवलेख के तहत गूगल इन प्रकाशकों को प्रशिक्षण व सहायता प्रदान करेगा


गूगल के बारे में


गूगल एक अमेरीकी बहुराष्ट्रीय सार्वजनिक कम्पनी है, जो इंटरनेट सर्च, क्लाउड कम्प्यूटिंग और विज्ञापन तंत्र में कार्य करता है. यह इंटरनेट पर आधारित कई सेवाएँ और उत्पाद बनाता तथा विकसित करता है। गूगल की शुरुआत 1996 में एक रिसर्च परियोजना के दौरान लैरी पेज़ तथा सर्गेई ब्रिन ने की. उस वक्त लैरी और सर्गी स्टैनफोर्ड विश्वविद्यालय, कैलिफ़ोर्निया में पी॰एच॰डी॰ के छात्र थे। कैलिफ़ोर्निया के माउंटेन व्यू, कैलिफोर्निया में स्थित गूगल के मुख्यालय को गूगलप्लेक्स के नाम से सम्बोधित किया जाता है।