दूसरे पक्षियों की बातें सुनकर कुछ भाषाएं सीखते हैं पक्षी?







 


वैज्ञानिकों का मानना है कि दूसरे पक्षियों की बातें सुनकर पक्षी भी कुछ भाषाएं सीखते हैं। ऑस्ट्रेलिया की छोटी सी चिड़िया 'फेरी रेन' दूसरी चिड़ियाओं की भाषा को पैदा होते ही नहीं समझती लेकिन वह कुछ महत्वपूर्ण शब्दों के अर्थ को बहुत अच्छे से समझ लेती हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ ब्रिसल और इस अध्ययन में साथ देने वाले बायलॉजिस्ट ऐंड्रयू रैडफर्ड कहते हैं, 'हमें पता था कि कुछ जानवर अन्य प्रजातियों की भाषाओं को समझते हैं लेकिन हमें यह पता नहीं था कि वे भाषा सीखते कैसे हैं।' वैज्ञानिक कहते हैं कि पक्षियों के पास कौशल सीखने के कई जरिए होते हैं। रैडफर्ड और ऑस्ट्रेलिया नैशनल यूनिवर्सिटी में उनके सहयोगी ऑस्ट्रेलियन नैशनल बटैनिक गार्डन में घूमे। इस दौरान उनके पास ऐसे चहकने वाले स्पीकर्स थे जिसमें अलग-अलग पक्षियों की आवाजें थीं। वैज्ञानिकों ने पहले पक्षियों को दो अनजान सी रिकॉर्डिंग सुनाई। इनमें से एक अलार्म की आवाज थी और दूसरी कंप्यूटर जनरेटेड पक्षी की आवाज। पहली बार इन आवाजों को सुनने पर 16 फेरी रेन पक्षियों ने कोई खास प्रतिक्रिया नहीं दी। इसके बाद वैज्ञानिक पार्क में चारों तरफ गए और रिकॉर्डिंग चलाना जारी रखा। तीन दिन बाद, वैज्ञानिकों ने पाया कि चिड़ियाओं ने आवाजें समझ ली हैं। क्या आपने कभी सोचा है कि पक्षी कैसे दूसरे पक्षियों की बातों को समझते होंगे?